कोरोना और लॉकडाउन के कारण देश में लाखों लोगों की नौकरियां गई हैं. सबसे ज्यादा प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोग प्रभावित हुए हैं, लेकिन सरकारी विभागों की अगर बात करें तो वहां लोग कोरोना से पहले ही नौकरियों के लिए भटक रहे हैं. जी हां, देश के कई ऐसे आयोग है जो सालों से एक भर्ती पूरी नहीं कर पाएं हैं. इतना ही नहीं कई राज्यों में तो सालों से कई विभागों में वैकेंसी ही नहीं आई. कुछ ऐसा ही हाल मध्य प्रदेश का है. एमपी में पुलिस विभाग में 3 साल से वैकेंसी नहीं आई. मध्य प्रदेश युवा बेरोजगार संघ ने पुलिस विभाग में वैकेंसी निकालने और आयु सीमा बढ़ाकर 37 वर्ष किए जाने की मांग की है.
युवाओं का कहना है कि 2017 यानी कि 3 साल से पुलिस विभाग में कोई भर्ती नहीं निकलने के कारण वे ओवरऐज हो रहे हैं. एमपी के युवा वैकेंसी निकलवाने और आयु सीमा बढ़वाने के लिए कई बार धरना प्रदर्शन दे चुके हैं. लंबे समय से गुहार लगा रहे इन युवाओं की कोई सुन नहीं रहा है, सरकार इन उम्मीदवारों की मांग पर ध्यान नहीं दे रही है.
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पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे दिनेश चौहान कहते हैं, ''मेरी उम्र लगभग 37 होने वाली है, मैं पिछले 4 साल से मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती की तैयारी में लगा हूं, इस उम्मीद से कि शायद भर्ती अब आएगी. लेकिन भर्ती 3 साल से ज्यादा हो गए अभी तक नहीं आई. मैं बहुत बुरी परिस्थिति में फंसा हुआ हूं. पिता किसान हैं और एजुकेशन लोन लेकर मुझे पढ़ाया और आज मैं कंप्टीशन की तैयारी में लग गया यह सोच कर कि भर्ती आएगी तो मेरी नौकरी लगेगी और पिता का लोन का बोझ उतार पाऊंगा, लेकिन मुझे ऐसा लग रहा है की सरकार इस बारे में कुछ नहीं सोच रही है और हाल ही में पूरे प्रदेश में मात्र 226 जेल प्रहरी की भर्ती निकाली है, उसमें भी उम्र 33 कर दी है ऐसे में समझ नहीं आता कि मुझ जैसा बेरोजगार क्या करे?'
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